मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में अयोध्या की आबादी साढ़े पांच लाख के आसपास है और 2031 तक यह 11-12 लाख तक पहुंच जाएगी. राम मंदिर बनने से यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। अतः भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए प्रस्तावित मास्टर प्लान में सुविधाओं का भी प्रावधान किया जाए।
मुख्यमंत्री सोमवार को यहां आवास विभाग के अधिकारियों के साथ अयोध्या नगर महायोजना 2031 तैयार करने के कार्य की अब तक की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने अयोध्या के विकास के लिए 84 कोसी शास्त्रीय सीमा के आधार पर अयोध्या दृष्टि पत्र में निर्धारित कार्ययोजना को समय से क्रियान्वित करने को कहा है.
मास्टर प्लान में मुख्यमंत्री ने शहरी क्षेत्रों में यातायात सुचारू करने के साथ-साथ औद्योगिक एवं व्यवसायिक क्षेत्रों के विकास तथा पार्किंग आदि की सुविधा का विशेष ध्यान रखने को कहा है. श्री रामजन्मभूमि मंदिर से अधिकतम 2 किमी की दूरी पर और उत्सव से पहले अधिकतम 5 किमी की दूरी पर पार्किंग की सुविधा।
उन्होंने अधिकारियों को मास्टर प्लान के तहत अयोध्या को जोड़ने वाली लखनऊ, सुल्तानपुर, रायबरेली, अंबेडकर नगर, गोरखपुर और गोंडा सड़कों पर 6 प्रवेश द्वारों के निर्माण के लिए स्थलों का चयन कर सभी मार्गों पर परिवहन सुविधा चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं.
24 घंटे पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की जाएगी
मुख्यमंत्री ने अयोध्या में 24 घंटे पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था के लिए जल संतुलन तैयार करने को कहा है. साथ ही सीवर नेटवर्क को अंडरग्राउंड करने, अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने और ग्रीनफील्ड टाउनशिप का काम जल्द शुरू करने के भी निर्देश दिए हैं.